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म्यूटेशन के नाम पर राजस्व कर्मचारी ने विधवा से ऐंठे दो लाख रुपये

बिहार के बांका जिले में खुलेआम रिश्वत वसूलने का वीडियो हुआ वायरल

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डीएम ने राजस्व कर्मचारी को किया सस्पेंड, अंचलाधिकारी की भी होगी जांच

बांका ( Voice4bihar news)। सरकारी कार्यालयों में कामकाज में भ्रष्टाचार पर लगाम के लिए सरकार की ओर से की जा रही तमाम कवायदों का धता बताने में सरकारी नुमाइंदे बाज नहीं आ रहे। ऐसा ही एक मामला बिहार के बांका जिला अंतर्गत बौंसी प्रखंड क्षेत्र में सामने आया है, जहां एक जमीन के म्यूटेशन के ऐवज में राजस्व कर्मचारी ने आवेदक के धर जाकर बेधड़क दो लाख रुपये की रिश्वत मांग ली। हालांकि इस प्रकरण का वीडियो रिकार्ड होने के बाद संबंधित राजस्व कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है।

बांका जिले के बौंसी अंचल का मामला

मामला बांका जिले के बौंसी अंचल का है। पीड़ित महिला भागलपुर निवासी एक महिला रुक्मीणि देवी ने बताया कि उनके पति केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में सेवारत थे। उनकी मौत के बाद रुक्मीणि देवी ने बौंसी अंचल अंतर्गत कैरी ग्राम पंचायत के कुसियारी मौजा में जमीन खरीदी थी। राजस्व थाना संख्या-466, खाता नंबर 5 एवं खसरा नंबर 1664 में दर्ज रकबा 2 एकड़ 20 डिसमिल जमीन का दाखिल खारिज करने के लिए ऑनलाइन आवेदन कराया था।

रिश्वत की रकम चेक व कैश के माध्यम से ली

दाखिल खारिज के लिए रिपोर्ट करने के लिए अंचल कार्यालय बौंसी में पदस्थापित राजस्व कर्मचारी फिरोज आलम से संपर्क किया तो उन्होंने रुक्मीणि देवी को डरा धमकाकर दाखिल खारिज के नाम पर दो लाख रुपये रिश्वत ऐंठ लिये। इस पूरी रकम में कुछ पैसा नगद तथा कुछ चेक के माध्यम से दिया गया है। राजस्व कर्मचारी फिरोज आलम से नाम से दिये गए चेक की कॉपी भी पीड़िता के पास है। मामला तब हाईलाइट हुआ जब आरोपी राजस्व कर्मचारी ने महिला के घर आकर रकम की डिमांड की। इस दौरान किसी ने पूरे वाकये का वीडियो बना लिया।

अंचलाधिकारी के लिए डेढ़ लाख और खुद के लिए मांगे 50 हजार

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वीडियो में आरोपी राजस्व कर्मचारी यह स्वीकार करता दिख रहा है कि उसने रुक्मीणि देवी से म्यूटेशन के एवज में 30 हजार रुपये लिए हैं। बाकी की रकम के लिए वह परिवार पर दबाव बना रहा है। आवेदक रुक्मीणि देवी एवं उनकी बेटी बार-बार अपनी मजबूरी जता रही हैं, लेकिन फिरोज आलम को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वह खुलेआम कह रहा है कि डेढ़ लाख रुपये अंचलाधिकारी को देने हैं जबकि 50 हजार रुपये खुद लेने की बात कह रहा है।

पीड़ित महिला रुक्मीणि देवी व प्रखंड प्रमुख बिरसा सोरेन।

प्रखंड प्रमुख ने डीएम तक पहुंचाई शिकायत

जब इस बात की जानकारी बौंसी के प्रखंड प्रमुख बिरसा सोरेन को हुई तो उन्होंने मामला को गंभीरता से लेते हुए तुरंत शिकायत करने की सलाह दी। उन्होंने एक लिखित आवेदन जिला पदाधिकारी को देकर उचित कार्रवाई की मांग कर डाली। इस बाबत बौंसी के प्रखंड प्रमुख ने बताया कि राजस्व कर्मचारी फिरोज आलम की शिकायत कई बार अंचल अधिकारी से की गयी है लेकिन इसके बारे में कोई कार्रवाई नहीं होती है। हालांकि बिरसा सोरेन ने हिम्मत नहीं हारी।

सोमवार को प्रखंड प्रमुख इस मामले को डीसीएलआर तक ले गए। वहां से डीसीएलआर ने तत्काल मामले को डीएम तक भेज दिया। इतना सब होने के बाद स्थानीय पत्रकारों ने भी मामले से जुड़े तथ्यों की पड़ताल शुरू कर दी। पीड़ित महिला ने पत्रकारों के सामने पूरी बात बताई। इस दौरान पीड़ित परिवार और राजस्व कर्मचारी के बीच वार्तालाप का वीडियो वायरल हो गया और डीसीएलआर के माध्यम से यह डीएम तक भी पहुंचा।

रिश्वत के लिए परिवार पर दबाव बनाता आरोपी राजस्व कर्मचारी फिरोज आलम।

वायरल वीडियो की जांच करेंगे एसडीओ व डीसीएलआर

जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने त्वरित एक्शन लेते हुए राजस्व कर्मचारी फिरोज आलम को निलंबित कर दिया। साथ ही बौंसी के अंचलाधिकारी विजय कुमार गुप्ता के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। डीएम ने अनुमंडलाधिकारी एवं भूमि सुधार उपसमाहर्ता को यह भी आदेश दिया कि वायरल वीडियो की सत्यता की जांच करते हुए उक्त कर्मचारी के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही आरोपी कर्मचारी के विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई के लिए आरोप पत्र गठित कर एक सप्ताह के अन्दर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। वीडियो में अंचल अधिकारी, बौंसी के विरुद्ध लगाये गये कदाचार के आरोपों की भी जांच करते हुए आरोप पत्र गठित करें।

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