अब भी अधूरा है महात्मा ज्योतिबा फुले के सपनों का समाज
समाज के दबे-कुचले व शोषित वर्ग की आवाज बनकर इनके उत्थान के लिए तत्कालीन समाज व शासन से भिड़ने की कूबत रखने वाले महात्मा ज्योतिबा फुले की कल यानि 11 अप्रैल को जयंती है। एक सदी से भी अधिक वक्त गुजर गए लेकिन समाज में कुप्रथा, परंपरा व…