बिहार के आंगनबाड़ी केंद्रों में जल्द गूंजेगी बच्चों की किलकारी
फरवरी माह से आंगनबाड़ी केंद्र पर शुरू हो सकती है स्कूल पूर्व शिक्षा,
रोहतास से बजरंगी कुमार सुमन की रिपोर्ट
Voice4bihardesk. अगले माह में राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों में स्कूल पूर्व शिक्षा आरंभ होने के संकेत मिल रहे हैं। कोरोना संक्रमण के कारण करीब 10 माह बाद आंगनबाड़ी केंद्रों पर फिर से किलकारी गुंजेगी। इस संबंध में अधिकारियों को आंगनबाड़ी केंद्र के शौचालय, सफाई, पेयजल व्यवस्था, हैंड वास की व्यवस्था सहित सभी तरह की व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए रिपोर्ट देने का फरमान आईसीडीएस निदेशालय ने जारी किया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन शुरू हो सकता है।

आईसीडीएस निदेशालय के पत्र से मिले संकेत, स्वच्छता संबंधी रिपोर्ट अधिकारियों से तलब
आईसीडीएस निदेशालय की ओर से 25 जनवरी को जारी पत्र के कंडिका दो में स्पष्ट उल्लेखित किया गया है कि अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले निरीक्षण का उद्देश्य मुख्य रूप से आंगनबाड़ी खोलने की तैयारी करने से संबंधित है। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर नामांकित बच्चों में से किसी बच्चे को पूर्व में पुराना संक्रमण से संबंधित वर्तमान स्थिति का प्रतिवेदन भी अधिकारियों को विभाग के पोर्टल पर अपलोड करना है।
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25 दिसंबर को जारी पत्र के आलोक में यह माना जा रहा है कि 1 फरवरी से राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की सभी गतिविधियों को शुरू किया जा सकेगा। यहां बता दें कि कोरोनावायरस संक्रमण काल में आंगनवाड़ी केंद्रों पर स्कूल पूर्व शिक्षा को पूरी तरह से बंद किया जा चुका है। हालांकि टीकाकरण गृह भ्रमण वीएचएसएनडी गर्भवती और धात्री महिलाओं सहित कुपोषित, अति कुपोषित बच्चों को राशन वितरण सहित सभी गतिविधियां लगातार संचालित होती रही हैं।
अब माना जा रहा है कि स्कूल पूर्व शिक्षा को भी पुनः बहाल करने की दिशा में सरकार कदम बढ़ा चुकी है। हालांकि स्कूल पूर्व शिक्षा शुरू करने संबंधी पत्र अभी तक जारी नहीं किया गया है। इस बार देर से शुरू हुई सर्दी का मौसम अभी लोगों को घरों में ही दुबकने पर विवश कर रहा है। ऐसे में कड़ाके की ठंड और कोहरे के बीच सरकार क्या निर्णय लेती है यह तो आने वाला समय तय करेगा।
प्रारंभिक शिक्षा भी स्कूलों में शुरू होने के आसार
कोरोना काल के बाद सीनियर स्कूलों व कॉलेजों को खोलने की अनुमति तो फिलहाल मिल गयी है लेकिन छोटे बच्चों के साथ रिस्क लेने के मायने में सरकार असमंजस में है। यही कारण है कि सरकार ने अभी तक सिर्फ हाईस्कूल व उसके ऊपर की कक्षाओं के संचालन की ही अनुमति दी है। ये कक्षाएं भी सिर्फ 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ चल रही हैं। अब आईसीडीएस विभाग द्वारा जारी फरमान के आलोक में आंगनबाड़ी केंद्र पर स्कूल पूर्व शिक्षा शुरू होने के साथ ही सरकारी विद्यालयों सहित निजी विद्यालयों में प्राथमिक स्तर की शिक्षा व्यवस्था भी शुरू होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।