अशोक स्तंभ को अपमानित करने वाले पर हो देशद्रोह का मुकदमा : रवि मौर्य

रोहतास के बिक्रमगंज में कूड़े के बीच फेंके गए अशोक स्तंभ का मामला गरमाया
  • मौर्य शक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रेसवार्ता कर दी चेतावनी
  • नगर परिषद के दावों पर उठाये सवाल, कहा- अशोक स्तंभ का हुुआ अपमान
  • कहा – दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो मौर्य शक्ति करेगा चक्का जाम

बिक्रमगंज (voice4bihar news) । रोहतास जिले के बिक्रमगंज में बुधवार को कचरे की वीच फेंके गए अशोक स्तंभ का मामला गरमाता दिख रहा है । राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न के अपमान व ऊपर से नगर परिषद के गैरजिम्मेदाराना रवैया के विरोध में मौर्य शक्ति संगठन ने खुल्लम-खुला चुनौती दे डाली। बृहस्पतिवार को बिक्रमगंज के मेघनाथ भवन में मौर्य शक्ति संगठन ने प्रेस कांफ्रेंस कर गंभीर सवाल उठाये ।

संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि मौर्य ने बताया कि कुछ दिन पहले अशोक स्तंभ बिक्रमगंज के तेन्दुनी चौक पर लगा था । जिसे पहले तो अपमानित करते हुए वहां से हटाया गया और बाद में कचरा में फेंक दिया गया। इसकी तस्वीरें मीडिया में आई तो नगर परिषद गलतबयानी पर उतर आया । श्री मौर्य ने बुधवार को नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरुपन के उस दावे को सिरे से खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि वायरल वीडियो व फोटो बिक्रमगंज की नहीं है ।

श्री मौर्य ने कहा कि तेंदुनी चौक पर पिछले 23 जनवरी को लगाए गए अशोक स्तंभ की तस्वीर व सोशल मीडिया में 17 फरवरी से चल रहे वीडियो में समानता दिख रही है । इसके बावजूद नगर परिषद प्रशासन इस बात को खारिज कर रहा है। यदि तेंदुनी चौक से हटाया गया स्तंभ सुरक्षित रखा गया है तो कूड़े के ढेर पर पड़ा स्तंभ कहां से आया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करते हुए कहा कि इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ।

कूड़े के बीच पड़ा प्रतीकात्मक अशोक स्तंभ।

श्री मौर्य ने तर्क दिया कि वीडियो वायरल होने के बाद दिनभर राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ को प्रशासन ढूंढते रहा, उसे नहीं मिला और मीडिया के बंधुओं ने उसे 1 घंटे में ही खोज निकाला । ऐसे में साफ जाहिर है कि अशोक स्तंभ के प्रति नगर प्रशासन उदासीन रवैया अपना रहा है। उन्होंने पुरजोर दावा किया कि जो सोशल मीडिया में वीडियो चल रहा है जिस अशोक स्तंभ को उस वीडियो में दिखाया गया है और जो बिक्रमगंज तेन्दुनी चौक पर लगा था, दोनों एक ही हैं । नगर प्रशासन ने सच्चाई सामने आने पर आम लोगों को गुमराह किया और पहले साक्ष्य को मिटाया ।

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रवि मौर्य ने कहा कि इन दोषियों पर राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ को अपमानित करने के आरोप में देशद्रोह का मुकदमा किया जाए और सख्त सजा दी जाए। मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करता हूं । संगठन ने ऐलान किया कि अगर हमारी मांगों पर गौर करते हुए 10 दिनों के अंदर उन पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई नहीं होती है तो हम लोग अनिश्चितकालीन चक्का जाम, धरना प्रदर्शन, भूख हड़ताल व आमरण अनशन करेंगे । इस प्रेस वार्ता में चन्द्र प्रकाश कुशवाहा, अनुमंडल संरक्षक, मौर्य शक्ति , बिक्रमगंज , हृदय नरायण कुशवाहा , सुनील कुशवाहा , मुरली कुशवाहा, शशि भूषण मौर्य, रिंकू कुशवाहा, मंटु कुशवाहा थे।

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