अपने घर पर गौरैया बुलाएं, फोटो खीचें व इनाम पायें : नीरज

मंत्री ने कहा-गौरैया की तस्वीरें जागरूकता अभियान को बना रहीं मजबूत

पटना ज़ू में “विश्व गौरैया दिवस” पर लगी फोटो प्रदर्शनी

गौरैया संरक्षण के लिए संजय कुमार को सम्मानित किया गया

पटना (voice4bihar news)। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि गौरैया को बचाना है तो पर्यावरण को बचाना होगा। हमारी यादों से गौरैया को दूर करने में प्रदूषण की भूमिका अहम है इसलिए उसे वापस बुलाने के लिए पेड़ पौधे लगाने होंगे ताकि पर्यावरण स्वास्थ्य हो और जीवन बरकरार रहे । वे शनिवार को पटना ज़ू में “विश्व गौरैया दिवस” के अवसर पर आयोजित ‘हमारी गौरैया, प्यारी गौरैया’ कार्यक्रम में बोल रहे थे।

इस दौरान मंत्री ने संजय कुमार की ‘गौरैया फोटो प्रदर्शनी’ और पटना कालेज के पर्यावरण योद्धाओं की ‘नेस्ट-दाना-पानी प्रदर्शनी’ को देखने के बाद कहा कि गौरैया फोटो प्रदर्शनी के जरिये जागरूक अभियान कारगर भूमिका अदा कर रहा है। यह सिलसिला जारी रहना चाहिये। उन्होंने मौजूद बच्चों से कहा कि अपने घर पर गौरैया को बुलाने की पहल करें और अगले साल उसकी फोटो लेकर आयें, विभाग उन्हें पुरस्कृत करेगा। कार्यक्रम के दौरान गौरैया संरक्षण के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह ने संजय कुमार को शॉल और मोमेंटों देकर सम्मानित किया।

चीफ गेस्ट को सम्मानित करते पीआईबी पटना के सहायक निदेशक संजय कुमार।

‘गौरैया चित्र और ‘नेस्ट-दाना-पानी प्रदर्शनी’ में पीआईबी, पटना के सहायक निदेशक संजय कुमार द्वारा खींची गयी गौरैया की विभिन्न अदाओं की तस्वीरों की मंत्री ने काफी सराहना की। साथ ही दर्शकों खासकर बच्चों ने भी खूब सराहा। पटना कालेज के निशांत रंजन की पर्यावरण योद्धाओं की टीम की ‘नेस्ट-दाना-पानी प्रदर्शनी’ के दौरान पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह ने नि:शुक्ल नेस्ट वितरित किया। मौके पर लोगों से रजिस्ट्रेशन किया गया, जिन्हें बाद में उनके घर पर बॉक्स दिया जायेगा।

पटना जू में लगी गौरैया प्रदर्शनी।

वर्ष 2007 से गौरैया संरक्षण से जुड़े और पीआईबी पटना के सहायक निदेशक संजय कुमार ने अपने अनुभव को साझा करते हुये गौरैया संरक्षण पर विस्तार से प्रकाश डाला और बताया कि भले ही गौरैया विलुप्ति के कगार पर अभी नहीं लेकिन यही हालात रहे तो इसकी संख्या चिंताजनक यानी रेड जोन में चली जाएगी। स्टेट ऑफ इंडियनस बर्ड्स 2020, रेंज, ट्रेंड्स और कंजर्वेशन स्टेट्स के मुताबिक पिछले 25 साल से गौरैया की संख्या भारत में स्थिर बनी हुई है।

संजय कुमार ने गौरैया को वापस बुलाने के लिए दाना–पानी नियमित रखने बॉक्स लगाने की अपील लोगों से की और इसे विषय बना कर ‘गौरैया चित्र और ‘नेस्ट-दाना-पानी प्रदर्शनी’ लगाई। मौके पर पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह, पटना ज़ू के निदेशक सत्यजीत सहित कई अधिकारियों और छात्रों ने प्रदर्शनी देखी।

Photo exhibition on "World Sparrow Day"