बिहार में 8 फरवरी से खुलेंगे मिडिल स्कूल, 50 फीसद बच्चे ही जाएंगे स्कूल

कक्षा 6 से 8 तक के स्कूल खोलने को सरकार की हरी झंडी
  • बिहार क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में लिए गए निर्णय
  • आंगनबाड़ी खोलने की भी चल रही कवायद, अभी निर्णय नहीं

पटना (voice4bihar desk)। कोरोना काल के कारण लंबे समय से बंद बिहार के स्कूलों में फिर से रौनक देखने को मिलेगी। विगत 4 जनवरी से सीनियर स्कूलों व कॉलेजों को खोलने की अनुमति के बाद अब मिडिल स्कूलों को खोलने के लिए भी सरकार की ओर से हरी झंडी मिल गयी है। राज्य में कक्षा 6 से लेकर 8 तक के बच्चे अब स्कूल जा सकते हैं। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित बिहार क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया है। 8 फरवरी से वर्ग 6 से लेकर आठवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए स्कूल जाने पर रोक हटा ली गई है। हालांकि इन कक्षाओं में भी 50 प्रतिशत तक ही उपस्थिति की अनुमति होगी। इस दौरान सभी को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।

ऑड-इवेन का सिस्टम लागू होगा
बिहार क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में लिए गए निर्णय के बारे में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि आज की बैठक में दो निर्णय लिये गए हैं। पहला तो यह कि पहले पचास फीसदी शिक्षकों को ही स्कूल आने का आदेश था लेकिन अब सभी शिक्षक विद्यालय जायेंगे। इसके साथ ही कक्षा 6-8 तक के बच्चे भी एक दिन के अंतराल पर विद्यालय जायेंगे। यानी कि एक दिन में पचास फीसदी बच्चे स्कूल जायेंगे।

नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं विगत 4 जनवरी से चल रहीं
इसके पहले 4 जनवरी से कक्षा 8 से लेकर उपर तक के स्कूल-कॉलेज खोल दिये गए थे। हालांकि विद्यालय खुलने के बाद सम व विषम के फार्मूले पर बच्चों को बुलाया जा रहा है, फिर भी बच्चों की उपस्थिति काफी कम रहती है। ऊपर के क्लास खोले जाने के बाद निचले स्तर के क्लास शुरू कराने की मांग हो रही थी। इसके बाद क्राइसिसि मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में 6 से लेकर आठवी वर्ग तक के स्कूल खोलने का निर्णय हुआ है।

राज्य में एक स्कूल का फाइल फोटो।

आंगनबाड़ी खोलने की भी चल रही कवायद
दूसरी ओर अगले माह में राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों में स्कूल पूर्व शिक्षा आरंभ होने के संकेत मिल रहे हैं। कोरोना संक्रमण के कारण करीब 10 माह बाद आंगनबाड़ी केंद्रों पर फिर से किलकारी गुंजेगी। इस संबंध में अधिकारियों को आंगनबाड़ी केंद्र के शौचालय, सफाई, पेयजल व्यवस्था, हैंड वास की व्यवस्था सहित सभी तरह की व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए रिपोर्ट देने का फरमान आईसीडीएस निदेशालय ने जारी किया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन शुरू हो सकता है।

आईसीडीएस निदेशालय के पत्र से मिले संकेत, स्वच्छता संबंधी रिपोर्ट अधिकारियों से तलब
आईसीडीएस निदेशालय की ओर से 25 जनवरी को जारी पत्र के कंडिका दो में स्पष्ट उल्लेखित किया गया है कि अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले निरीक्षण का उद्देश्य मुख्य रूप से आंगनबाड़ी खोलने की तैयारी करने से संबंधित है। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर नामांकित बच्चों में से किसी बच्चे को पूर्व में पुराना संक्रमण से संबंधित वर्तमान स्थिति का प्रतिवेदन भी अधिकारियों को विभाग के पोर्टल पर अपलोड करना है।
25 दिसंबर को जारी पत्र के आलोक में यह माना जा रहा है कि 1 फरवरी से राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की सभी गतिविधियों को शुरू किया जा सकेगा। यहां बता दें कि कोरोनावायरस संक्रमण काल में आंगनवाड़ी केंद्रों पर स्कूल पूर्व शिक्षा को पूरी तरह से बंद किया जा चुका है। हालांकि टीकाकरण गृह भ्रमण वीएचएसएनडी गर्भवती और धात्री महिलाओं सहित कुपोषित, अति कुपोषित बच्चों को राशन वितरण सहित सभी गतिविधियां लगातार संचालित होती रही हैं।

middle school shortly reopens in bihar