भोजपुर, बक्सर, औरंगाबाद की तुलना में कैमूरांचल का विकास पीछे : नेहा नटराज

जदयू नेत्री ने कहा- रोहतास व कैमूर में विकास के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने नहीं किया काम

विकास को बाधित करने वाला कोढ़ है राजनीति में परिवारवाद की मौजूदगी

अभिषेक कुमार सुमन के साथ पंकज प्रताप मौर्य की रिपोर्ट

सासाराम (voice4bihar news)। कैमूरांचल इलाके का विकास औरंगाबाद, भोजपुर और बक्सर की तुलना में काफी पीछे है। औद्योगिक, शैक्षणिक और कृषि सुविधाओं के विकास के मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की लंबे अरसे से उदासीनता इसका मुख्य कारण है।

उक्त बातें रोहतास जिला परिषद सदस्य सह जदयू महिला सेल की अध्यक्ष नेहा नटराज ने रविवार को स्थानीय कुशवाहा सभा भवन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कही है। नेहा नटराज ने स्वयं को सासाराम संसदीय सीट महागठबंधन की ओर से प्रत्याशी बनने के लिए प्रयासरत होने की बात कही है। नेहा नटराज के इस दावे के कई राजनीतिक मायने समझे जा रहे हैं।

परिवारवाद से कैमूरांचल को मुक्ति दिलाना प्राथमिकता

नेहा नटराज ने स्पष्ट तौर पर कहा कि कैमूरांचल की जनता को परिवारवाद की बलिवेदी पर बर्बाद नहीं होने दूंगी। स्पष्ट तौर पर प्रेसवार्ता में श्रीमती नटराज ने कहा कि परिवारवाद से कैमूरांचल को मुक्ति दिलाना मेरी प्राथमिकता होगी। परिवारवाद राजनीति में विकास को बाधित करने वाला सबसे बड़ा कोढ़ है, जिससे जनता को मिलने वाले विकास की रफ्तार कम हो जाती है और अब तक कैमूरांचल के विकास की रफ्तार कम होने का मुख्य कारण यही है। जनता अब झांसे में नहीं आने वाली है और कैमूरांचल की जनता परिवारवाद के कोढ़ से मुक्त होने के लिए विकल्प ढूंढ रही है।

जदयू महिला सेल की अध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य नेहा नटराज के साथ महागठबंधन के अन्य नेता।

कैमूरांचल में पर्यटन से जुड़े रोजगार की बड़ी संभावना

प्रेस वार्ता के दौरान रोहतास जिला परिषद सदस्य सह जदयू महिला सेल की अध्यक्ष नेहा नटराज ने कहा कि सड़कों- गलियों और नालियों का निर्माण कराना सिर्फ विकास की श्रेणी में नहीं आता। इस कार्य को करने के लिए पंचायती राज के प्रतिनिधि और विधायक विधान परिषद सदस्य काफी हैं। संसदीय नेतृत्व को स्थानीय स्तर पर रोजगार की दिशा में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए प्रयासरत होना चाहिए जो अब तक नहीं हो सका है।

कैमूर की घाटियों में पर्यटन की अपार संभावनाएं : नेहा

रोहतास और कैमूर जिला के कैमूरांचल घाटी में पर्यटन से जुड़े रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। इसके लिए बिहार सरकार को प्रयासरत बताते हुए नेहा नटराज ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से पर्यटन उद्योग को बढाने में उदासीनता बरती जा रही है। सैकड़ों ऐतिहासिक और पुरातात्विक धरोहर का विकास अब तक लंबित है। इस मौके पर राजद नेता सद्दाम राजा, प्रोफेसर सुभाष यादव, पासमांदा महाज के नेता गुलरेज अंसारी, अधिवक्ता लोकेश तिवारी सहित कई अन्य नेता भी मौजूद थे।

Kaimuranchal is backward in devlopmentNeha natrajजिला पार्षद नेहा नटराज