शनिवार को भी नहीं खुली भारत-नेपाल सीमा

सीमा खोलने का नेपाल सरकार का आदेश कागजो में सिमटा

राजेश कुमार शर्मा

जोगबनी। नेपाल सरकार द्वारा गुरुवार से भारत से लगी सीमा को खोलने के निर्णय के बाद भी शनिवार तक आम लोग सीमा के आर पार नहीं जा सके। कुछ स्थानों पर गृह मंत्रालय से जानकारी नही आने की बात कही गयी है तो कहीं तैयारी पूरी नहीं होने की बात कही गयी।

लुम्बिनी के बेलहिया और बांके के जमुनाह नाका पैदल यात्रा की अनुमति है

लुम्बिनी प्रदेश के मुख्य नाका रूपन्देही के बेलहिया व बांके के जमुनाह नाका से पहले से पैदल आने-जाने की अनुमित है। इलाका पुलिस कार्यालय बेलहिया के पुलिस निरीक्षक ईश्वरी अधिकारी ने कहा कि गुरुवार से अन्य नाका को खोलने के निर्देश के बाद यहां चहलपहल बढ़ गयी। हालांकि मालवाहक वाहन को छोड़कर अन्य छोटी दूरी की गाड़ी व मोटरसाइकिल को आने-जाने की अनुमति नहीं है। सूचना के अनुसार कृष्णनगर मर्यादपुर नाका को खोलने का लिखित व मौखिक निर्देश नहीं आने की बात इलाका पुलिस कार्यालय कृष्णनगर के प्रमुख निरीक्षक सुकदेव पौडेल ने कही।

पश्चिम नवलपरासी सीमा में भारतीय नाका भी बंद

पश्चिम नवलपरासी सीमा का भारतीय नाका भी अब तक नहीं खुला है। सार्वजनिक सूचना आने के बाद नाका पहुचे लोगों को वापस लौटना पड़ा। इस सीमा में महेशपुर मूल भन्सार व चार छोटी भन्सार भी बन्द है। इस सम्बंध में पूछे जाने पर प्रमुख जिला अधिकारी सागरमणि पाठक ने कहा कि गृह मंत्रालय से  आधिकारिक रूप में पत्र नहीं मिलने के कारण नाका नहीं खुला है। आपात सेवा को छोड़कर आवागमन रोक लगाने की बात कही है। जिला प्रशासन कार्यालय बाके से जब सीमा नाका खोलने के सम्बंध में जानकारी ली गयी तो आधिकारिक जानकारी नहीं आने की बात प्रमुख जिला अधिकारी रामबहादुर कुरुम्बाग ने कही। उन्होंने कहा कि जानकारी आने के बाद उक्त नाका से नेपाली नागरिक निर्बाध आवागमन कर सकेंगे। वहीं विदेशी नागरिकों को सशर्त अनुमति दी जाएगी। सीमा नाका में हेल्थ डेस्क रखा जाएगा जहां भारत से अतिवश्यक काम से आने वाले नागरिकों रिकॉर्ड रख कर उन्हें प्रवेश की अनुमित दी जायेगी।

बर्दिया के जिलाधिकारी  लीलाधर अधिकारी ने आवागमन में रोक न होने की बात कही। दोनों देशों के सीमावर्ती नाका तक सवारी आ सकेंगे। उन्होंने कहा कि बर्दिया के मुख्य सुरजपुर नाका में हेल्थ डेस्क रख कर स्वास्थ्य जांच करने की व्यवस्था की गई है। रूपन्देही के प्रजिअ पीताम्बर घिमिरे ने कहा कि सीमा क्षेत्र में हेल्थ डेस्क रख भारत से आने वाले व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण कर नेपाल में प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नेपाल सरकार ने गुरुवार को ही भारत से लगी सभी 28 नाका खोलने का निर्देश दिया था। इसमें प्रदेश संख्या 2 के 10 नाका खुलने के बाद भी आवागमन सहज नहीं हो सका। धनुषा जिले के जटही व इनर्वा नाका शनिवार भी बन्द रहा। यहा भी गृह मन्त्रालय से पत्र नहीं आने की बात प्रमुख जिलाधिकारी बन्दुप्रसाद बांस्तोला ने कही।

महोत्तरी का भिठ्ठामोड नाका भी नहीं खुल सका। साथ ही सर्लाही मुख्यालय के मलंगवा स्थित नाका में भारत के तरफ से अवरोध पैदा करने का आरोप नेपाल पक्ष ने लगाया है। प्रमुख जिलाधिकारी सुरेन्द्र पौडेल के अनुसार नाका खोलने के लिए डीएम को इ-मेल से जानकारी दी गयी है

बारा के सिम्रौनगढ़ व मटिअर्वा नाका भी बंद है। दोनों नाका खोलने व हेल्थ डेस्क स्थापना सहित अन्य बन्दोबस्त करने के निर्देश देने की बात यहां के प्रमुख जिलाधिकारी दीपकराज नेपाल ने कही है। उन्होंने सभी बन्दोबस्त कर रविवार सुबह से नाका खोलने की बात कही है।

पर्सा जिले का अतिरिक्त नाका भी नहीं खोला गया है। वहीं जिले का मुख्य नाका वीरगंज–रक्सौल पूर्व से ही पैदल यात्रा के लिए खोला जा चुका है। जिले के भिस्वा–सिकटा, धोरे–भेलाही, जानकीटोला–इनर्वा नाका की गिनती भी भारत से जुड़े व्यस्त नाका में होती है।

सुपौल जिले से सटे सप्तरी जिले का कुनौली नाका भी निर्णय के वाबजूद आवगमन में प्रतिबंधि है। स्थानीय नागरिक ने कहा कि कुनौली नाका खुलने का समाचार मिला लेकिन औपचारिक रूप में कोई पत्र व निर्देशन नहीं आने की बात सप्तरी के प्रमुख जिलाधिकारी शंकरहरि आचार्य ने कही।

रौतहट के गौर व बंकुल नाका से आवगमन सहज

रौतहट जिले का गौर व बंकुल नाका 11 महीने बाद अपने पुराने स्वरूप में आ गया है। इस नाके से दोनों देशों के लोग सहज रूप से आवगमन कर रहे हैं। हालांकि सवारी का आवगमन निषेध होने की बात प्रमुख जिलाधिकारी इन्द्रदेव यादव ने कही। उन्होंने कहा कि सीमा में आने-जाने वालों का रिर्कार्ड रखा जा रहा है।

कंचनपुर नाका को लेकर प्रशासन असमंजस में

कंचनपुर नाका खोलने के को लेकर स्थानीय प्रशासन असमंजस में है। नाका में आवागमन का व्यवस्थापन करने की बात निश्चित नहीं होने के कारण तत्काल नाका खोलने में असमर्थ होने की बात प्रमुख जिलाधिकारी राम कुमार महतो ने कही। उन्होंने कहा कि सुरक्षा निकाय के साथ उचित परामर्श और सीमावर्ती क्षेत्र के प्रशासनिक निकाय के साथ समन्वय कर नाका को खुोला जायेगा। तत्काल नाका खुलने की संभवना नहीं होने की बात प्रमुख जिलाधिकारी ने कही। बैतडी के प्रमुख जिलाधिकारी मोहनराज जोशी के अनुसार केन्द्र से पत्र नहीं आने के कारण  झुलाघाट नाका नियमित नहीं खोला जा सकता है। दार्चुला के प्रमुख जिलाधिकारी  शरद कुमार पोखरेल के अनुसार इससे पूर्व भी रोज एक घंटे के लिए नाका खुलता रहा है। गृह मन्त्रालय द्वारा जिला प्रशासन को सर्कुलर भेजने के बाद भी भारत से जुड़े प्रदेश एक के दक्षिण झापा के गौरीगन्ज (फत्तेपुर) नाका संचालन में नही आने के बाद भारत से नेपाल आने-जाने वाले सर्वसाधारण असमंजस में हैं। यहां के जिलाधिकारी श्रवण कुमार तिम्सिना के अनुसार तैयारी में कमी के कारण नाका नहीं खोला जा सका। उन्होंने रविवार से नाका खुलने की बात कही।

प्रदेश एक के अन्य नाका इलाम का पशुपति नगर, झापा का कांकडभिट्टा व मोरंग का रानी नाका कब खुलेगा इसका स्पस्ट जवाब किसी के पास नहीं है। सुपौल के भीमनगर से सटे सुनसरी जिले के भन्टाबारी नाका से लोगों को पैदल आने-जाने की अनुमति की बात कही गयी है।

indo-nepal border