- क्षेत्रीय रेलों की कार्य प्रदर्शन की अर्द्धवार्षिक समीक्षा में पूर्व मध्य रेल को प्राप्त हुआ दूसरा स्थान
- लॉकडाउन के बावजूद चालू वित्तीय वर्ष के दिसम्बर माह तक 99.56 मिलियन टन की माल ढुलाई
- 10 हजार 213 करोड़ का हुआ राजस्व प्राप्त जो निर्धारित लक्ष्य से 36 प्रतिशत ज्यादा
- पूर्व मध्य रेल के शत-प्रतिशत अधिकारियों/कर्मचारियों ने PM CARES FUND में दिया अपना योगदान
हाजीपुर (voice bihar desk). कोरोना गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए रेलकर्मियों को गणतंत्र दिवस समारोह में न बुलाकर सोशल मीडिया के जरिये जोड़ा गया। यह नजारा दिखा पूर्व मध्य रेलवे के मुख्यालय हाजीपुर में।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर पूर्व मध्य रेल मुख्यालय हाजीपुर में महाप्रबंधक ललित चन्द्र त्रिवेदी दने झंडोतोलन किया एवं राष्ट्रध्वज को सलामी दी गयी। स्काउट्स एंड गाईड के सदस्यों ने भी राष्ट्रीय धुन बजाकर राष्ट्रीय ध्वज की सलामी दी। इसके उपरांत उन्होंने रेल सुरक्षा बल एवं स्काउट्स एंड गाईड के सदस्यों के परेड का निरीक्षण किया। इस मौके पर श्री त्रिवेदी ने रेलकर्मियों, रेल उपयोगकर्ताओं व मीडिया प्रतिनिधियों सहित सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें दी। कार्यक्रम में अपर महाप्रबंधक अशोक कुमार, प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी जे.के.पी.सिंह, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त एस. मयंक एवं अन्य उच्चाधिकारीगण उपस्थित थे। साथ ही पूर्व मध्य रेल के यूनियन/एसोसिएशन संगठन के पदाधिकारी, अधिकारी एवं रेलकर्मी भी उपस्थित थे।
पूमरे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि समारोह में उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि आज पूरा विश्व कोविड-19 की महामारी के दौर से गुजर रहा है और हमें बताते हुए खुशी हो रही है कि कोरोना की वैक्सीन आ गयी है। आशा है कि क्रमानुसार सभी रेलकर्मियों को वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। मुझे गर्व है हमारे रेलकर्मियों पर जिन्होंने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के साथ ही रेल का पहिया निरंतर चलता रहे इसे भी सुनिश्चित कर दिखाया ।
कोरोना महामारी व लॉकडाउन के दौरान परिवार देख-रेख मुहिम के तहत कर्मचारी कल्याण निरीक्षकों ने कर्मचारियों से संपर्क कर उनके स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली। साथ ही, उनके बीच होमियोपैथिक दवा Arsenic Album-30 तथा आयुर्वेदिक दवा ‘‘गिलोयवटी‘‘ का वितरण कराया गया। कोरोना महामारी के फैलने के उपरांत कर्मचारियों के बेहतर इलाज के लिए RTPCR जॉंच के लिए राज्य सरकार द्वारा नामित लैब के साथ अनुबंध किया गया। अभी तक कुल 11353 कर्मचारी एवं उनके आश्रितों का कोरोना से संबधित RTPCR जॉंच की गई है, जिसमें 2031 कोरोना पोजिटिव केस को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया गया। इतना ही नहीं, पूर्व मध्य रेल के शत-प्रतिशत अधिकारियों/कर्मचारियों ने PM CARES FUND में अपना योगदान दिया है।
इसके साथ ही महाप्रबंधक ने पूर्व मध्य रेल द्वारा प्राप्त उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण भी प्रस्तुत करते हुए कहा कि कोविड-19 की चुनौतियों के बावजूद हमनें सतत् विकास एवं मुस्कान के साथ यात्रियों की सुरक्षित यात्रा की प्रतिबद्धता का निर्वहन करतेे हुए चालू वित्तीय वर्ष (2020-21) में अब तक कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं।
पूमरे की इन्हीं उपलब्धियों के बीच प्रधानमंत्री ने 18 सितम्बर को 1.9 किमी लंबे कोसी रेल मेगा ब्रिज के साथ 13 किमी लंबे सरायगढ़-आसनपुर कुपहा नई लाइन, 30 किलोमीटर लंबे घोसवर-वैशाली नई लाईन, 21 किमी लंबे नटेसर-इसलामपुर नई लाइन, बख्तियारपुर-बाढ़ के बीच 14 किमी लंबे तीसरी लाईन तथा आमान परिवर्तित सुपौल-सरायगढ-राघोपुऱ रेलखंड को राष्ट्र को समर्पित किया। इन रेलखंडों पर ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ किया गया। भारतीय रेल की पहली ‘किसान रेल‘ महाराष्ट्र के देवलाली और बिहार के दानापुर के बीच प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ किया गया जिसका परिचालन बढ़ाकर मुजफ्फरपुर तक किया जा चुका है । इसके साथ ही बरौनी और टाटानगर के बीच दूध के परिवहन के लिए भारतीय रेल की पहली ‘दुग्ध किसान रेल‘ का भी परिचालन प्रारंभ किया गया।
उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे द्वारा क्षेत्रीय रेलों की कार्य प्रदर्शन की अर्द्धवार्षिक समीक्षा में पूर्व मध्य रेल को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है, जो एक बड़ी उपलब्धि है । चालू वित्तीय वर्ष के दिसम्बर माह तक पूर्व मध्य रेल को कुल 11 हजार 100 करोड़ रुपये की प्रारंभिक आय प्राप्त हुई है जो निर्धारित लक्ष्य से 8.6 प्रतिशत अधिक है । लॉकडाउन के बावजूद चालू वित्तीय वर्ष के दिसम्बर माह तक हमने 99.56 मिलियन टन माल ढुलाई की है । इससे 10 हजार 213 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है जो निर्धारित लक्ष्य से 36 प्रतिशत ज्यादा है। चालू वित्तीय वर्ष में दिसम्बर माह तक माल गाड़ियों की औसत गति पिछले वर्ष की समान अवधि के 23.29 किमी/घंटा की तुलना में बढ़कर 49.50 किमी/घंटा रही जो दोगुने से भी ज्यादा है।
पूर्व मध्य रेल भारतीय रेल का प्रथम क्षेत्रीय रेल है, जिसने टिकट चेकिंग कर्मचारियों द्वारा EFT लेनदेन के लिए डिजिटल भुगतान परियोजना के तहत कुल 1994 GPRS POS Machine की खरीद एवं वितरण को पूरा करते हुए इस महत्वाकांक्षी परियोजना हेतु शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया है ।
स्क्रैप बिक्री के क्षेत्र में 2020-21 में रेलवे बोर्ड द्वारा दिये गये लक्ष्य 230 करोड़ को पार करते हुए अब तक हमें रिकॉर्ड 254 करोड़ रुपए की आय प्राप्त हो चुकी है । इसी तरह रेलवे बोर्ड के 234 सवारी डिब्बों के POH के लक्ष्य के विरुद्ध 311 सवारी डिब्बों का POH किया गया है। मिशन रफ्तार के तहत् झाझा से पं. दीन दयाल उपाध्याय जं.(393 किमी), प्रधानखंटा से पं. दीन दयाल उपाध्याय जं. (413 किमी) एवं डेहरी ऑन सोन से पं. दीन दयाल उपाध्याय जं. (115 किमी) के बीच सेक्सनल स्पीड में बढ़ोत्तरी करते हुए 110 किमी/घंटा से बढ़ाकर 130 किमी/घंटा कर दी गयी है।
इसी तरह कुढ़नी-भगवानपुर (13 किमी), भगवानपुर-घोसवर(15 किमी) तथा गौछारी-नारायणपुर (20 किमी) रेलखंडों पर ट्रेनों की अधिकतम गतिसीमा 105 से 110 किमी/घंटा के बीच की गई है । सेक्सनल स्पीड में वृद्धि के बाद पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों से खुलने वाली कई स्पेशल ट्रेनों की गति सीमा में वृद्धि की गई है । इससे यात्रा समय में कमी आई है जिसका लाभ यात्रियों को मिल रहा है ।
आधारभूत संरचनाओं के विकास पर बोलते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 78 किमी नई लाईन, 34 किमी आमान परिवर्तन तथा 94 किमी दोहरीकरण का निर्माण कार्य पूरा करते हुए उसे परिचालन के लिए खोला जा चुका है। इसके साथ ही अति महत्वपूर्ण कटरिया-कुरसेला दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत कोसी नदी पर वृहत रेल पुल का निर्माण भी पूरी रफ्तार से चल रहा है तथा कुरसेला यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है। चालू वित्तीय वर्ष में कुल 141 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण कार्य पूरा किया गया है। वर्तमान में पूर्व मध्य रेल के पांच मंडलों में से सोनपुर, दानापुर, धनबाद एवं पंडित दीन दयाल उपाध्याय रेलवे मंडल पूर्णतः विद्युतीकृत मंडल का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं ।