जमुई जिले की दरखा पंचायत में चुनावी रंजिश के कारण से की गयी थी हत्या
पूर्व मुखिया मो. सालिक के अलावा उसके भाई व पुत्र का भी एफआईआर में नाम
जमुई (voice4bihar news)। जमुई जिले के अलीगंज प्रखंड अंतर्गत दरखा पंचायत के नव निर्वाचित मुखिया प्रकाश महतो की हत्या राजनीतिक कारणों से की गयी है। यह आरोप दिवंगत मुखिया के परिजनों ने शनिवार को लछुआड़ थाने में दर्ज प्राथमिकी में लगाए हैं। एफआईआर में दरखा पंचायत के पूर्व मुखिया सहित 5 नामजद व चार अज्ञात लोगों का जिक्र पूर्व मुखिया सहित पांच नामजद व चार अज्ञात लोगों के नाम हैं। हत्या के दिन उग्र भीड़ ने भी इन्हीं के खिलाफ आरोप लगाए थे।
शनिवार को लछुआड़ थाने में दिवंगत मुखिया के पुत्र के लिखित आवेदन पर दर्ज एफआईआर में मरकामा गांव निवासी पूर्व मुखिया मो. सालिक, उनके भाई मो. नौशाद, सिकंदर के अलावा मो. सालिक के पुत्र तथा बालडा गांव निवासी नूनूलाल तांती को नामजद किया गया है। इसके अलावा चार अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गयी है।
इस संबंध में लछुआड़ के थानाध्यक्ष वीरेन्द्र पासवान ने बताया कि मृतक मुखिया प्रकाश महतो के पुत्र सुजीत कुमार मेहता के लिखित आवेदन पर पांच नामजद व चार अज्ञात के खिलाफ कांड संख्या 2/2021 दर्ज किया गया है। एफआईआर के बाद सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
दिवंगत मुखिया की पत्नी व परिजनों के चीत्कार से दहला दरखा गांव
अलीगंज प्रखंड की दरखा पंचायत के नव निर्वाचित मुखिया प्रकाश महतो की हत्या के बाद पत्नी निर्मला देवी व पूज सहित परिजनों का रो-रो कर हाल बुरा हाल है। मृतक मुखिया की पत्नी व परिजनों के विलाप से दरखा गांव में बदहवाशी छा गयी। मृतक मुखिया की पत्नी भूतपूर्व मुखिया निर्मला देवी विलाप कर कह रही थीं मेरे पति किसी क्या बिगाड़ा था जो मेरे सुहाग को छीन लिया। जनता ने उनके विचारों व कार्य पर भावुक होकर दरखा पंचायत के मुखिया का ताज दूसरी बार हमारे परिवार को दिया था।
दूसरी ओर मृतक मुखिया के पुत्र सुजीत कुमार मेहता बताया कि मेरे पिताजी सदैव पंचायत वासियों के लिए समर्पित रहते थे। वे जनता की समस्याओं के प्रति मुखर थे, जो भी कहना होता मुंह पर कह दिया करते थे। किसी से उनकी दुश्मनी नहीं थी। सुजीत कहते हैं कि राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से दुश्मनों ने उनकी हत्या करवाई है। सरकार से हमारी मांग है कि हत्यारों को पकड़कर फांसी के तख्त तक पहुंचाया जाए।
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शपथ ग्रहण के पहले ही अपराधियों ने ली जान
बता दें कि मुखिया प्रकाश महतो काफी सहज व्यक्तित्व के धनी और मृदुल भाषी व हंसमुख स्वभाव के व्यक्ति थे । उसी का परिणाम था कि वर्ष 2011 में पत्नी निर्मला देवी दरखा पंचायत से मुखिया बनी थी। वर्ष 2016 में महिला अनारक्षित होने पर मुखिया पद पर प्रकाश महतो खुद चुनाव लड़े थे और काफी कम मतों से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन फिर भी वे पंचायत वासियों के साथ हर सुख दुःख में साथ रहे।
बीते 1 नवंबर को दरखा पंचायत से मुखिया चुने गए थे प्रकाश महतो
प्रकाश के विशाल व्यक्तित्व का ही नजीता था कि अभी हाल ही में 29 अक्टूबर के हुए पंचायत चुनाव में दरखा पंचायत से मुखिया पद पर निर्वाचित हुए थे । बीते 1 नवम्बर को पंचायत चुनाव का रिजल्ट आया था , जिसमें जीत के बाद व जनता का आभार व्यक्त करने का कोई भी मौका चूकते नहीं थे । अभी शपथ ग्रहण भी नहीं हुआ था कि अपराधियों बीते 3 दिसम्बर की शाम लगभग 4:30 उन्हें गोलियों से भून डाला। इसके बाद ग्रामीणों ने खूब बवाल काटा था।
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