खबर का असर : बोधगया नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी गिरफ्तार, सासाराम नप में भ्रष्टाचार के मामले में थी तलाश

भ्रष्टाचार व राशि गबन के मामले में रोहतास पुलिस ने शेरघाटी से किया गिरफ्तार

सासाराम नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचार के मामले में हिमानी पर दर्ज है एफआईआर

गया /सासाराम (voice4bihar desk)।

voice4bihar.com की खबर का बड़ा असर हुआ है। इसी 22 अगस्त काे इस वेब न्यूज पोर्टल पर “रोहतास और कैमूर में भ्रष्टाचार की एक जैसी कहानी, फिर किसकी मेहरबानी से मस्त हैं हिमानी” शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी। इसमें बताया गया था कि तत्कालीन सासाराम नगर परिषद् (अब नगर निगम)  में 2019-20 के गबन के मामले में 2021 में एफआईआर दर्ज हुई थी। इसमें  तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी, मुख्य पार्षद कंचन देवी और कनीय अभियंता अरुण कुमार सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया था।

इस संबंध में नगर थाने में धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी, 406/34 के तहत कांड संख्या 156/21 दर्ज हुआ था। इस मामले मे गत 18 जून को मुख्य पार्षद कंचन देवी को गिरफ्तार कर लिया गया पर बाकी दोनों अभियुक्त अभयदान मिले होने की वजह से खुलेआम घूम रहे हैं। इस खबर का असर ये हुआ कि मंगलवार को सासाराम पुलिस ने कुमारी हिमानी को शेरघाटी से गिरफ्तार कर लिया।

गया जिले के बोधगया नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी को रोहतास पुलिस ने विकास योजनाओं में भ्रष्टाचार व राशि गबन के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया है। नगर विकास सेवा की पदाधिकारी कुमारी हिमानी वर्तमान में बोधगया में पदस्थापित थीं और शेरघाटी नगर परिषद का भी प्रभार संभाल रही थीं। सूत्र बताते हैं कि बोधगया में पदस्थापना के बाद से ही वे बहुत कम लोगों से मिलती थीं, लिहाजा रोहतास पुलिस को भी इनका पता-ठिकाना तलाशने में महीनों लग गए।

रोहतास एसपी आशीष भारती ने की गिरफ्तारी की पुष्टि

शेरघाटी थाने से मिली जानकारी के अनुसार हिमानी की गिरफ्तारी मंगलवार को शेरघाटी प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित उनके आवास से हुई। सासाराम से आई रोहतास पुलिस की टीम उन्हें गिरफ्तार कर अपने साथ लेती गयी। रोहतास पुलिस कप्तान आशीष भारती ने कार्यपालक पदाधकिारी कुमारी हिमानी की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि सासाराम अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सह एएसपी अरविंद प्रताप सिंह और नगर थानाध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने हिमानी को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया है। उम्मीद जताई जा रही है कि बुधवार को सासाराम में पूरे मामले की जानकारी एसपी आशीष भारती खुद मीडिया को देंगे।

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मुख्य पार्षद कंचन देवी पहले ही जा चुकी हैं जेल, अब तक नहीं मिला बेल

तत्कालीन सासाराम नगर परिषद में उनके कार्यकाल के दौरान हुए घोटाले के बाबत दर्ज मुकदमे में आरोपी हिमानी को सासाराम पुलिस तलाश रही थी। बताया जाता है कि सासाराम नगर परिषद में योजनाओं का काम पूरा किये बिना ही गलत तरीके से राशि निकासी के मामले में मार्च 2021 में केस दर्ज हुआ था। इसमें तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी के साथ मुख्य पार्षद कंचन देवी व कनीय अभियंता अरुण कुमार सिंह को सह अभियुक्त बनाया गया था। विगत 18 जून को मुख्य पार्षद कंचन देवी की गिरफ्तारी हुई थी। तभी से अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए रोहतास पुलिस प्रयासरत थी।

इस बीच, कुमारी हिमानी की पदस्थापना बोधगया नगर परिषद में हो गयी और शेरघाटी नगर परिषद का अतिरिक्त प्रभार भी मिल गया। रोहतास पुलिस को जैसे ही इसकी भनक लगी उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया। उल्लेखनीय है कि इस मामले में गिरफ्तार मुख्य पार्षद कंचन देवी को अभी जमानत नहीं मिल सकी है। वहीं कनीय अभियंता अरुण कुमार सिंह अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।

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