“ब्लडशेड इन कैमूर” पुस्तक का विमोचन, डीएफओ हत्याकांड के बहाने नक्सलवाद की पड़ताल

रोहतास जिले में बहुचर्चित डीएफओ संजय सिंह हत्याकांड पर आधारित है पुस्तक

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने किया विमोचन

पटना/ सासाराम (Voice4bihar news)। रोहतास जिले में पदस्थापित रहे डीएफओ संजय सिंह की हत्या में नक्सलियों की साजिश व हत्या की घटना पर आधारित पुस्तक ‘ब्लडशेड इन कैमूर’ का विमोचन बुधवार की देर रात पटना में हुआ। यह विमोचन कार्यक्रम भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी के आवास पर श्री चौधरी के हाथों संपन्न हुआ । विमोचन कार्यक्रम में पुस्तक के लेखक पंकज प्रताप मौर्य, संपादक उमरेंद्र कुमार सुमन, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. वीरेंद्र मौर्य, अति पिछड़ों के नेता पुष्कल चंद्रवंशी सहित कई लोग उपस्थित रहे।

पंकज प्रताप मौर्य की पुस्तक ब्लडशेड इन कैमूर का आवरण पृष्ठ।

पंकज प्रताप मौर्य की यह पुस्तक डीएफओ हत्याकांड की सीबीआई जांच रिपोर्ट के आधार पर लिखी गई है। इसमें झारखंड से रेहल (रोहतास) आ रही विवाहिता की डोली लूटने आए नक्सली दस्ते द्वारा डीएफओ संजय सिंह की हत्या की जाने की पूरी कहानी लिखी गई है। बताते चलें कि बिहार में आईएएस अफसर जी कृष्णैया हत्याकांड के बाद ए श्रेणी के अधिकारी की हत्या का दूसरा बड़ा मामला फरवरी 2002 में सामने आया था।

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रोहतास जिले के नौहट्टा प्रखंड के रेहल में हुए डीएफओ संजय सिंह हत्याकांड को एक काले अध्याय के रूप में याद किया जाता है। इस वारदात ने तत्कालीन राज्य की सियासत में भूचाल ला दिया था। इसके साथ ही जिले में नक्सलियों के पांव उखड़ने लगे थे। इस पुस्तक में डीएफओ हत्याकांड की पूरी जांच रिपोर्ट को रोचक तरीके से पेश किया गया है, जिससे रोहतास जिले में नक्सलवाद की जड़ों का विवरण मिलता है। पुस्तक विमोचन के मौके पर लेखक पंकज प्रताप मौर्य ने बताया कि यह पहला प्रयास है आगे और विषयों पर तैयारी चल रहा है।

bloodshed-in-kaimoor-bookNaxalites had killed DFO Sanjay SinghThe turning point was the murder of DFO