Voice4bihar desk. गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च के नाम पर की गयी हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने करीब दो सौ लोगों को हिरासत में लिया है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य माध्यमों से पुलिस ने एक हजार से अधिक लोगों को चिह्रित किया है और उनके खिलाफ कार्रवाई में जुटी है। बताया जा रहा है कि मंगलवार को उपद्रवियों ने जिस तरीके से उत्पात मचाया उसे लेकर केंद्रीय हृह मंत्रालय गंभीर है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस मामले को लेकर केंद्रीय गृह सचिव और दिल्ली के पुलिस कमिश्नर के साथ् कई राउंड बैठक कर चुके हैं।
पुलिस ने मंगलवार देर रात तक सभी उपद्रवियों को लालकिले से बाहर कर दिया है। लालकिले के अंदर और बाहर उपद्रव के निशान साफ दिख रहे हैं। लालकिला के कार्यालय में भी तोड़फोड की गयी है जिससे साफ है कि उपद्रवियों की मंशा हिंसा करने की ही थी।
इस बीच किसान यूनियन के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर जमे विभिन्न किसान यूनियन एक फरवरी को प्रस्तावित अपनी संसद मार्च को स्थगित करने पर विचार कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि गणतंत्र दिवस पर आयोजित ट्रैक्टर मार्च जिस तरह से बेकाबू हुई और लालकिला, नांगलोई और आईटीओ समेत अन्य इलाके में व्यापक हिंसा हुई उससे किसान संगठन अपने आंदोलन के स्वरूप को लेकर फिर से मंथन कर रहे हैं।
इधर, किसान नेता राकेश टिकैत अपने एक वायरल वीडियो को लेकर फंसते नजर आ रहे हैं। वीडियो में टिकैत लोगों से लाठी-डंडे लेकर आने की अपील करते दिख रहे हैं। हालांकि टिकैत अब सफाई दे रहे हैं कि उन्होंने हिंसा करने के लिए नहीं कहा था।