पटना (voice4bihar desk)। राजद समेत तमाम विपक्षी दलों के मंगलवार के विधानसभा घेराव कार्यक्रम के दौरान राजधानी की सड़कों पर जमकर बवाल हुआ। गांधी मैदान से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विधानसभा घेराव को निकले हजारों कार्यकताओं को पुलिस ने डाकबंगला चौराहे घेराबंदी कर रोकने की कोशिश की। इसी को लेकर प्रदर्शनकारी पुलिस के जवानों से भिड़ गये। बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल का विरोध और रोजगार की मांग को लेकर निकले प्रदर्शनकारी हर कीमत पर विधानसभा जाना चाहते थे। पर, प्रशासन उन्हें डाक बंगला चौराहा से ही लौट जाने को कह रहा था।
पथराव में 70 से ज्यादा लोग हुए घायल
देखत-देखते दोनों पक्षों में इसी बात को लेकर धक्का-मुक्की शुरू हुई और फिर पथराव शुरू हो गया। पुलिस की ओर से पानी की बौछाड़ के साथ पथराव का जवाब भी पत्थरों से दिया जाने लगा। मामला बिगड़ता देख पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके भाई तेजप्रताप यादव समेत राजद के कई बड़े नेताओं को बस मे बैठाकर कोतवाली थाने ले आये। थोड़ी देर बाद सभी को थाने से छोड़ दिया गया। पथराव में कुछ पुलिसकर्मियों समेत 70 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल हो गये।
क्या बेराजगारी पर सवाल करना गुनाह है
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पुलिस की कार्रवाई को तानाशाही बताते हुए कहा कि
इधर, विधानसभा में विपक्षी विधायकों को जबरन बाहर किये जाने के मामले में तेजस्वी ने कहा कि लोकलाज त्याग चुके नीतीश कुमार के आदेश पर हमारी क्रांतिकारी महिला विधायकों को ब्लाउज़ से पकड़ कर खींचा गया। उनकी साड़ी खुली, धक्का दिया गया, बता नहीं सकने वाली बदसलूकी की गयी लेकिन बीजेपी के चरणों में अपमान का आनंद ले रहे CM को शर्म नहीं आती। उन्होंने कहा नीतीश कुमार जैसी अनैतिक राजनीति करने वाला अलोकतांत्रिक मुख्यमंत्री पूरे देश में नहीं होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि पूर्व मंत्री हमारी महिला विधायक अनिता देवी को नीतीश कैसे घसीटवा रहे है। इसी क्रम में साड़ी भी खुल जाती है। तुमने आज ये जो चिंगारियां भड़काई है कल यही तुम्हारे काले काल के काले सुशासन को जला कर भस्म कर देंगी। बिहार हिसाब करेगा और जल्द।