प्रोन वेंटीलेशन दूर करेगा सांस की तकलीफ

मेडिकल ऑक्सीजन से 70 फीसद अधिक कारगर है प्रोन वेंटीलेशन

पटना (voice4bihar desk)। कोरोना की दूसरी लहर की पीक बाकी और देशभर के अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं। जिन्हें बेड मिल भी रहा है तो उन्हें मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में लोगों की जान बचाने में प्रोन एक्सरसाइज काफी मददगार हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि मेडकिल ऑक्सीजन के मुकाबले प्रोन पोजिशन 70 फीसद अधिक कारगर है। मेडिकल ऑक्सीजन की इन दिनों किल्लत तो है साथ ही इसके नाम पर अस्पतालों में पांच हजार से पचास हजार रुपये तक वसूले जा रहे हैं। ऐसे में फ्री का प्रोन वेंटिलेशन लाखों लोगों की जान बचाने में सहायक सिद्ध होगा।

क्या है प्रोन वेंटीलेशन

प्रोन वेंटीलेशन एक खास तरह के पोजिशन का नाम है। इसके तहत उस मरीज को जिसे सांस लेने में तकलीफ है, पेट के बल लिटा दिया जाता है। इसके बाद मरीज के गर्दन के नीचे एक जबकि उसके पेट और पैर के नीचे दो-दो तकिया लगा दें। इस पोजिशन में मरीज को आधे घंटे से लेकर पौन घंटे तक लिटाकर रखें। इससे मरीज के फेफड़े की सांस लेने की क्षमता बढ़ जाती है जिससे मरीज आसानी से सांस लेने लगता है। हर छह से आठ घंटे में इसे आधे घंटे से लेकर पौन घंटे तक दुहरायें।

कोरोना से बचने के लिए इम्यून सिस्टम को मजबूत करें। दिन में खाने में 0.2 mg विटामिन लें। इसके लिए तीन आम या एक अमरूद या दो संतरा सुबह के समय लें। टमाटर और चुकंदर खाकर भी आप अपना विटामिन सी का डोज पूरा कर सकते हैं।

कोरोना का एटैक आ ही गया हो तो उसका उपाय भी आप घर बैठे कर सकते हैं। इसके लिए अगर आपका वजन 60 किलो है तो छह गिलास नारियल पानी, और छह गिलास संतरे के जूस का सेवन करें। संतरा के जूस के बदले आप मौसमी या ऐसे ही किसी खट्टे फल का जूस ले सकते हैं। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटव आने के बाद पहले दिन 24 घंटे में दो बार यान कुल 12 गिलास आप नारियल पानी और जूस का सेवन करें। अगले दिन इसे आधा कर दें।

दोपहर में टमाटर, चुकंदर खायें। तीसरे दिन भी सुबह में नारियल पानी और जूस पीएं तथा दोपहर में टमाटर और चुकंदा खायें। कोरोना की लड़ाई में सेल्फ आइसोलेशन के दौरान डॉक्टरी सलाह के साथ आपका खानपान और एक्सरसाइज अत्यंत कारगर हथियार होगा।

प्रोन वेंटीलेशन