भारत सरकार के सहयोग से बनी 10 सड़कें नेपाल सरकार को हस्तांतरित
भारत सरकार ने दिया था आठ अरब रुपये का आर्थिक सहयोग
नवनिर्मित 10 सड़कों से नेपाल के 284 वार्ड, 149 गांव व 18 गांव पालिका एक दूसरे से जुड़ेंगे
जोगबनी/अररिया (voice4bihar news)। पड़ोसी देश नेपाल में भारत सरकार के सहयोग में निर्मित 10 सड़कों को बुधवार को एक कार्यक्रम के बीच नेपाल सरकार को हस्तांतरित किया गया है। ये सभी सड़कें भारत सरकार के आर्थिक सहयोग में नेपाल के तराई क्षेत्र में बनाई गयी हैं। बुधवार को एक कार्यक्रम के बीच नेपाल में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने नेपाल के सड़क भौतिक पूर्वाधार व यातायात मन्त्री वसन्त कुमार नेमवांग को हस्तांतरित किया।
सड़क हस्तांतरण कार्यक्रम में भौतिक पूर्वाधार व यातायात मन्त्रालय के सचिव रविन्द्र नाथ श्रेष्ठ, उप—सचिव केशव कुमार शर्मा, सड़क विभाग के महानिर्देशक अर्जुन जंग थापा सहित अन्य अधिकारियों की उपस्थिति थी। नेपाल के तराई क्षेत्र के सड़क के पूर्वाधार को उन्नत करने के सम्बन्ध में भारत व नेपाल के बीच हुई सहमति के अनुरुप नेपाल सरकार ने दस अत्यन्त आवश्यक सड़कों की पहचान की थी। इन सड़कों के निर्माण के लिए आठ अरब रुपये का आर्थिक सहयोग भारत सरकार ने दिया था।
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नेपाल की एक उप–महानगरपालिका व एक महानगरपालिका की जनता को होगी सहूलियत
उल्लेखनीय है कि नेपाल के ग्रामीण क्षेत्रों के राजमार्ग से जुड़ने वाली ये सड़कें पूर्व-पश्चिम राजमार्ग में अवस्थित प्रमुख शहरों को जोड़ने के साथ ही भारत-नेपाल सीमा को भी जोड़ती हैं। इनमें नेपाल के प्रदेश नं 1, 2 व 5 के सात सीमावर्ती जिलों में अवस्थित यह 284 वार्ड, 149 गांव, 18 गांव पालिका, एक उप–महानगरपालिका व एक महानगरपालिका के जनता को सहुलियत होगी।
नेपाल के सड़क विभाग के मापदंड अनुसार बनी है सड़क
नेपाल सरकार के सड़क विभाग द्वारा निर्धारण किये गए मापदण्ड के अनुरुप इन दस सड़कों का निर्माण किया गया है। इनमें प्रत्येक सड़क में सात मीटर ‘कैरियज वे’ सड़क के दोनों तरफ दो मीटर के रोड शोल्डर बनाये गए हैं। इस सड़क में अंडरग्राउंड नाला, रेलिंग के साथ पदमार्ग, सड़क चिन्ह व अन्य सड़क में होने वाले महत्वपूर्ण संकेत को रखा गया है। इस सड़क परियोजना के अन्तर्गत 652 कल्वर्ट व 11 किलोमीटर से ज्यादा ड्रेनेज नेटवर्क का भी निर्माण किया गया है।