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जाेरदार बम धमाके से दहला औरंगाबाद

कबाड़ी दुकान में हुए बम विस्फोट से दो की मौत, आधा दर्जन घायल

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कबाड़ी दुकान में हुए बम विस्फोट से दो की मौत, आधा दर्जन घायल

औरंगाबाद (voice4bihar desk)। शहर के अलीनगर में कबाड़ी दुकान में आठ फरवरी की शाम अचानक हुए जोरदार बम धमाके (bomb blast) में दो लोगो की मौत हो गई। विस्फाेट में करीब आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। आनन – फानन में सभी घायलों को औरंगाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतकों में बंगाल के मुर्शिदाबाद निवासी तुफजूल शेख एवं शहर के अलीनगर टिकरी मुहल्ला निवासी तौकीर अंसारी शामिल हैं।

धमाके के बाद रोते- बिलखते पीड़ित के परिजन।

अभी यह पता नहीं चल सका है कि कबाड़ी दुकान में बम रखा हुआ था या बम बनाने के दौरान यह घटना हुई। बंगाल के मुर्शिदाबाद निवासी की मौत को आतंकवादी गतिविधि से भी जोड़कर देखा जा रहा है। जिन दो लोगों की मौत हुई उनमें एक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि जबकि दूसरे ने औरंगाबाद सदर अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा।

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विस्फोट इतना जोरदार था कि उसकी आवाज दूर तक सुनी गयी। विस्फोट से पूरा इलाका दहल उठा। विस्फोट की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। एसडीपीओ गौतम शरण ओमी ने बताया कि अभी मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है कि कबाड़ी दुकान में बम रखा गया था या बम बनाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।

नवम्बर-दिसम्बर 2021 में बिहार के तीन जिलों में लगातार हुए थे कई धमाके

इसके पहले नवम्बर-दिसम्बर 2021 में बिहार के तीन जिलों में लगातार एक के बाद एक कई धमाके हुए थे। इनमें पहला धमाका भागलपुर, दूसरा सीतामढ़ी और तीसरा किशनगंज में हुआ था। भागलपुर के नाथनगर में पांच दिनों के अंदर तीन धमाकों से पूरे बिहार में सनसनी फैल गयी थी। ये सभी विस्फोट कबाड़ी के ढेर पर हुए थे जिसमें आधा दर्जन से अधिक मासूम हताहत हुए थे। अकेले नाथनगर में हुए विस्फोटों में एक मासूम समेत दो लाेगों की जान चली गयी थी जबकि सीतामढ़ी में तीन बच्चे जख्मी हुए थे। किशनगंज में 11 साल का किशोर जख्मी हुआ था।

कचरे के ढेर पर लगातार हुए धमाके की साजिश का पुलिस पर्दाफाश नहीं कर सकी कि इसी दौरान दरभंगा रेलवे स्टेशन के पार्सल घर में हुए धमाके ने एनआईए तक के कान खड़े कर दिये। हालांकि एनआईए ने हैदराबाद से पार्सल भेजने वाले शख्स की पहचान कर इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया पर इस विस्फोट के मास्टर माइंड तक पहुंच पाती कि इसके पहले वह नेपाल भाग गया।

इसके पहले जून 2021 में सीवान के हुसैनागंज थाना इलाके में भी हुए एक जोरदार धमाके में पिता-पुत्र समेत कुल तीन लोग घायल हो गये थे। पुलिस ने इस मामले में तीन महिलाओं को हिरासत में लिया था। इन सभी वारदातों में आतंकी साजिश और तोड़फोड़ की आशंका जतायी गयी लेकिन बिहार पुलिस की जांच किसी तार्किक निष्कर्ष पर अब तक नहीं पहुंच सकी है। हर विस्फोट आतंकी घटना भले नहीं हो पर हर धमाके से लोग आंतकित जरूर हो रहे हैं। बिहार पुलिस को इन सभी धमाकों की गंभीरता से जांच करने और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है।

 

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